माकपा का RSS और BJP पर आरोप, कहा- देश में ध्रुवीकरण को तेज करने की कोशिश कर रहे



माकपा ने कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) खतरनाक है। इस सरकार ने एनपीआर बनाये जाने की तैयारी फिर से शुरू की है।




नयी दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने शुक्रवार को आरोप लगाया किदेश में 'ध्रुवीकरण तेज करने' और 'सांप्रदायिक वोट बैंक' को मजबूत बनाने के अपने प्रयासों के तहत भाजपा और आरएसएस राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी के आधार पर राष्ट्रीय नागरिक पंजी तैयार करने के प्रयास कर रहे हैं। पार्टी की केन्द्रीय समिति की दो दिवसीय बैठक सम्पन्न होने के बाद यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि विभिन्न भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्यों में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की मांग की है।


उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) खतरनाक है। इस सरकार ने एनपीआर बनाये जाने की तैयारी फिर से शुरू की है। ऐसा एनपीआर के आधार पर अखिल भारतीय एनआरसी बनाये जाने की तैयारी के लिए किया जा रहा है। केन्द्र सरकार ने कुछ राज्यों से ऐसी इमारतों का निर्माण शुरू किये जाने के लिए कहा है जिनका इस्तेमाल हिरासत केन्द्रों के रूप में किया जा सके। येचुरी ने दावा किया कि माकपा की केन्द्रीय समिति ने असम से बाहर एनआरसी के विस्तार का विरोध किया है। इस सरकार ने एनपीआर के लिए तैयारी शुरू की है।


उन्होंने आरोप लगाया कि भारत में आर्थिक सुस्ती से बड़े पैमाने पर बेरोजगारी पैदा हो गई है और लाखों कर्मचारियों की छंटनी हुई है तथा लगातार कृषि संकट लोगों की परेशानियों को बढ़ा रहा है। येचुरी ने कहा कि उनकी पार्टी ने सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के बीच विरोध प्रदर्शन करने के वास्ते लोगों को एकजुट करने लिए अपनी सभी इकाइयों से कहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय समिति ने महाराष्ट्र और हरियाणा की राज्य विधानसभाओं के चुनावों के लिएरणनीतियों पर भी चर्चा की।